उत्तराखंड में कक्षा एक में अब से 6 साल की आयु में एडमिशन होगा। उत्तराखंड राज्य कैबिनेट में अब छात्र-छात्राओं के लिए आयु सीमा तय कर दी है। अब पहली क्लास में उन छात्र- छात्राओ को एडमिशन मिलेगा जिसने 1 अप्रैल को अथवा उससे पहले 6 साल की उम्र पूरी कर ली हो।
दरअसल, यह बदलाव राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार 3 से 5 साल के आयु को प्री प्राइमरी के लिए तय किया गया है और उत्तराखंड सरकार ने इसके तहत चार हजार से ज्यादा बाल वाटिका भी शुरू कर दी हैं।
3 साल तक बाल वाटिका में बुनियादी शिक्षा के अध्ययन के बाद 6 वर्ष की आयु में वह पहली कक्षा में छात्र प्रवेश करेंगे। कैबिनेट द्वारा इसमें निर्णय लिया गया है।
इसके अलावा राज्य में डिग्री कॉलेजों के प्राचार्य के 25 फ़ीसदी पदों पर सीधी भर्ती से भरा जाएगा। अब तक प्रधानाचार्य के पद विभागीय पदोन्नति के जरिए भरे जाते थे।
इसके अलावा उच्च शिक्षा में 75% से अधिक अंक हासिल करने वाले मेधावीओं के लिए मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा प्रोत्साहन छात्रवृत्ति योजना का दायरा सरकार ने अब कुछ कम कर दिया है। अब 75% से अधिक अंक में सर्वाधिक अंक हासिल करने वाले 10% छात्रों को ही छात्रवृत्ति मिलेगी।
उच्च शिक्षा सचिव शैलेश बंगोली ने बताया कि, स्नातक के प्रथम द्वितीय एवं तृतीय वर्ष में परीक्षा में बैठने वाले छात्र छात्राओं में से प्रत्येक महाविद्यालय एवं विश्व विद्यालय परिषद में प्रत्येक संकाय में न्यूनतम 75% अंक के साथ पास 10% छात्र छात्राओं को हर महीने ₹1500 छात्रवृत्ति दी जाएगी।