उत्तराखंड विद्वत् सभा देहरादून उतराखंड के अध्यक्ष आचार्य विजेंद्र प्रसाद ममगांई ने बताया कि 10 अक्टूबर मंगलवार और मघा नक्षत्र इसमें तर्पण पिंडदान श्राद्ध करने को लेकर लोगों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। आचार्य विजेंद्र प्रसाद मंगाई ने कहा कि शास्त्र कहता है इस 16 दिन पितरों के लिए उनकी पारिवारिक जान उनको संतुष्ट करने के लिए तर्पण पिंडदान ब्रह्म भोज आदि अवश्य करें। 10 तारीख अक्टूबर 2023 को आप लोग निसंदेह पितरों के निमित्त पिंडदान श्राद्ध तर्पण आदि कर सकते हैं। इस 16 दिन के महालय आरंभ पार्वण श्राद्ध करने का सबसे श्रेष्ट समय है ।
इन 16 दिनों के पितृपक्ष में दिवंगत पितरों को पितृ पंक्ति में स्थान देने का समय है पार्वण श्राद्ध में मातृपक्ष, पितृपक्ष मातामहपक्ष( नाना नानी) को सभी को पिंड दान कर संतुष्ट किया जाता है
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