पांच बार लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में रिकार्ड दर्ज करवा चुके शिल्पकार तेजिंदर चौहान देहरादून के परेड ग्राउंड में 131 फीट ऊंचे रावण के पुतले में जान फूंकने के लिए अपनी पूरी टीम के साथ लगे हुए हैं।इस दशहरे पर शहर अब तक के सबसे ऊंचे रावण के पुतले को जलता हुआ देखेगा।
तीन महीने की तैयारी के बाद, 131 फीट ऊंचा पुतला 24 अक्टूबर को यहां परेड ग्राउंड में जलने के लिए तैयार किया जा रहा है।शिल्पकार तेजिंदर चौहान ने बताया,कि “यह पहली बार है जब मैं देहरादून में रावण का पुतला बना रहा हूं। हालांकि, इस साल का पुतला पिछले सालों में जलाए गए पुतलों से काफी अलग है. इस दशहरे के लिए दून में रावण का पुतला यहां बनाया गया सबसे ऊंचा पुतला है।”
उन्होंने आगे बताया कि रावण का पुतला बनाने में उन्हें तीन महीने का समय लगा। पुतले की सुरक्षा लिए लगभग 25 कार्यकर्ताओं ने दिन-रात काम किया और पुतले की सुरक्षा कर रहे है। उन्होंने बताया कि पुतला 12 लाख रुपये की लागत से बनाया गया है।चौहान ने कहा कि पुतले के जलने से प्रदूषण की गुंजाइश कम करने के लिए इसमें पर्यावरण अनुकूल पटाखों का इस्तेमाल किया जायेगा । “जनता की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, रावण के पुतले की पूरी संरचना स्टील की छड़ों का उपयोग करके बनाई गई है। इसके अलावा मेला स्थल पर बेरी केटिंग लगाकर सुरक्षा के पूरे पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे