अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश (एम्स ) में फर्जी डॉक्टर बनकर घूम रहे एक युवक को पकड़ा गया। संदिग्ध परिस्थितियों में डॉक्टर की वर्दी पहनकर घूम रहा एक युवक सेवा वीरों को दिखाई दिया। युवक से पूछताछ करने पर उसने खुद को न्यूरोलॉजी डिपार्टमेंट का डॉक्टर बताया लेकिन पूछताछ में युवक की बातें संदिग्ध मालूम हुईं।
एम्स के प्रशासनिक अधिकारी द्वारा दी गई तहरीर के बाद पुलिस ने युवक के विरुद्ध जांच पड़ताल प्रारंभ कर दी है। प्रशासनिक अधिकारी संदीप कुमार ने एम्स चौकी पुलिस को तहरीर देकर फर्जी डॉक्टर बने युवक के खिलाफ गहन जांच पड़ताल और कानूनी कार्रवाई करने के लिए कहा।
युवक की पहचान सचिन कुमार, निवासी कृष्णा नगर कॉलोनी, ऋषिकेश के रूप में हुई है। सचिन ने एम्स के अधिकारियों को बताया कि उसने कोविड-19 के दौरान डीआरडीओ के अस्पताल में बतौर हॉस्पिटल अटेंडेंट के रूप में काम किया था।
फर्जी डॉक्टर के मोबाइल नंबर से 50 से अधिक रजिस्ट्रेशन एम्स में कराए गए हैं, जिसका डाटा बरामद कर लिया गया है
इसके अलावा उसके पास 10 हजार से अधिक नकद रुपये भी बरामद हुए हैं। उसके मोबाइल से लाखों रुपये के कई लेने देन भी हुए हैं। इसके अलावा कई प्रकार के फर्जी दस्तावेज भी उसके मोबाइल में देखे गए हैं