- कारोबार को ₹78,000 करोड़ से अधिक करने का लक्ष्य
- माइलस्टोन नए शोरूम का उद्घाटन नोएडा, भारत में किया गया
नोएडा : दुनिया के सबसे बड़े ज्वेलरी रिटेलर्स में से एक, मलाबार गोल्ड एंड डायमंड्स ने अपने 400वें शोरूम की शुरुआत के साथ वैश्विक स्तर पर एक बड़ी उपलब्धि का जश्न मनाया। यह ऐतिहासिक विस्तार नोएडा के सेक्टर 18 में एक नए शोरूम के उद्घाटन के साथ हुआ, जो ब्रांड के तेज़ी से हो रहे वैश्विक विस्तार को और मजबूत करता है।
मलाबार के 400वें शोरूम की शुरुआत उसके व्यापक और महत्वाकांक्षी विकास रणनीति का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य भारत सहित वैश्विक स्तर पर अपनी उपस्थिति को और मजबूत करना है। वर्तमान में ₹63,000 करोड़ के टर्नओवर और 13 देशों में मौजूदगी के साथ, ब्रांड का लक्ष्य इस वित्तीय वर्ष में अपने राजस्व को बढ़ाकर ₹78,000 करोड़ करना है। साथ ही, कंपनी 60 नए शोरूम खोलकर अपनी पहुंच को 15 देशों, भारत के 22 राज्यों और 3 केंद्र शासित प्रदेशों तक विस्तारित करने की योजना बना रही है।
मलाबार जैसे-जैसे अपने रिटेल नेटवर्क का विस्तार कर रहा है, वैसे-वैसे वह रोज़गार सृजन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को भी बनाए हुए है। कंपनी की योजना है कि वह अपनी वैश्विक टीम को बढ़ाकर लगभग 27,250 प्रबंधन सदस्यों तक ले जाए, जिससे यह ब्रांड दुनिया के सबसे विश्वसनीय और ज़िम्मेदार ज्वेलरी ब्रांड्स में अपनी पहचान को और मजबूत कर सके।
मलाबार समूह के चेयरमैन एम.पी. अहमद ने कहा, “नोएडा में हमारे 400वें शोरूम का उद्घाटन हमारे लिए अत्यंत हर्ष का विषय है। यह उपलब्धि हमारी विकास संबंधी महत्वाकांक्षाओं का प्रमाण है और भारत तथा वैश्विक स्तर पर हमारी लगातार बढ़ती उपस्थिति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह उपलब्धि हमें दुनिया का नंबर 1 वैश्विक ज्वेलरी रिटेलर बनने के सफर में आगे ले जाती है। मैं अपने सभी ग्राहकों, प्रबंधन टीम के सदस्यों, शेयरधारकों और अन्य हितधारकों का दिल से धन्यवाद करना चाहता हूं, जिनके योगदान ने इस अवसर को वास्तव में विशेष और महत्वपूर्ण बना दिया। हमारे पास एक व्यापक व्यापार रणनीति है, जिसके तहत हम इस वित्तीय वर्ष में 60 नए शोरूम और मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स खोलने की योजना बना रहे हैं। हमारा लक्ष्य ₹78,000 करोड़ का कारोबार हासिल करना है और हम विकास को गति देने के लिए ₹5,000 करोड़ से अधिक का निवेश करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
इस पर आगे बात करते हुए मलाबार गोल्ड एंड डायमंड्स के प्रबंध निदेशक – भारत संचालन, अशर ओ. ने कहा, “मलाबार गोल्ड एंड डायमंड्स पूरे भारत में तेज़ी से प्रगति कर रहा है, जो हमारे लिए सबसे बड़ा बाज़ार और अवसर बना हुआ है। हमारे पास इस विकास की गति को बनाए रखने के लिए स्पष्ट योजनाएं मौजूद हैं। हम मौजूदा और नए राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में अपनी उपस्थिति को और मजबूत करेंगे और इस वित्तीय वर्ष के अंत तक 22 राज्यों और 3 केंद्र शासित प्रदेशों तक पहुंच बना लेंगे।”
13 देशों में अपनी उपस्थिति और 25,000 से अधिक पेशेवरों की टीम के साथ, मलाबार गोल्ड एंड डायमंड्स हर साल 15 मिलियन से अधिक ग्राहकों को सेवाएं प्रदान करता है। ब्रांड 1,00,000 से ज्यादा आभूषण डिजाइनों की विस्तृत रेंज और विशेष ज्वेलरी कलेक्शन पेश करता है और गुणवत्ता, डिज़ाइन व ग्राहक संतुष्टि पर विशेष ध्यान देते हुए लगातार अपने वैश्विक विस्तार को आगे बढ़ा रहा है।
मलाबार गोल्ड एंड डायमंड्स अपने निर्धारित ‘मलाबार प्रॉमिसेस’ के सिद्धांतों द्वारा संचालित होता है, जिनमें शामिल हैं—सोने और हीरे के एक्सचेंज पर 100% मूल्य वापसी, पारदर्शी मूल्य निर्धारण, प्रमाणित हीरे और जेमस्टोन्स, आजीवन मुफ़्त मेंटेनेंस की गारंटी और नैतिक रूप से प्राप्त किए गए आभूषण। ये प्रॉमिसेस मलाबार गोल्ड एंड डायमंड्स की उस दृष्टि को और सशक्त बनाते हैं, जिसमें वह दुनिया का सबसे पसंदीदा आभूषण ब्रांड बनने का लक्ष्य रखता है—जहां पारंपरिक कलाकारी को आधुनिक नवाचार के साथ मिलाकर हर ग्राहक को एक श्रेष्ठ और भव्य खरीददारी अनुभव प्रदान किया जाता है।
मलाबार समूह की स्थापना वर्ष 1993 में हुई थी और तब से ही ESG (पर्यावरण, सामाजिक और शासन) पहलों को इसकी प्राथमिक प्रतिबद्धता के रूप में देखा गया है। अपने प्रत्येक कार्यक्षेत्र वाले देश में कंपनी अपने शुद्ध लाभ का 5% हिस्सा इन पहलों के लिए समर्पित करती है। इन प्रयासों का मुख्य फोकस स्वास्थ्य, भूखमुक्त विश्व, आवास, शिक्षा, महिला सशक्तिकरण और पर्यावरण जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर है।
एक ज़िम्मेदार ब्रांड के रूप में, मलाबार समूह ने वर्ष 2022 में ‘भूख मुक्त दुनिया’ पहल की शुरुआत की, जिसका लक्ष्य है एक ऐसी दुनिया बनाना जहां कोई भी भूखा न हो। वर्तमान में यह कार्यक्रम भारत और अफ्रीका के विभिन्न हिस्सों में कई रसोईघरों के माध्यम से संचालित हो रहा है, जो 81 स्थानों पर प्रतिदिन लगभग 70,000 पौष्टिक भोजन पैकेट उपलब्ध कराते हैं। समूह ने भारत भर में 716 माइक्रो लर्निंग सेंटर्स की स्थापना भी की है, जिनका उद्देश्य शिक्षा से वंचित बच्चों को बुनियादी शिक्षा देना और उन्हें औपचारिक शिक्षा प्रणाली से जोड़ना है। अब तक 32,049 बच्चों का इन केंद्रों में दाखिला किया जा चुका है, जहां उन्हें एक वर्ष की आधारभूत शिक्षा दी जाती है ताकि वे औपचारिक स्कूलिंग शुरू कर सकें या उसमें दोबारा प्रवेश ले सकें। जो बच्चे हाई स्कूल पूरा कर लेते हैं, उन्हें आगे की पढ़ाई के लिए विभिन्न राज्यों के कैंपसों में सहायता दी जाएगी। साथ ही, महिला सशक्तिकरण के प्रति समूह की प्रतिबद्धता के तहत, छात्राओं के लिए विशेष छात्रवृत्तियां भी प्रदान की जाएंगी।
‘ग्रैंडमा होम’ मलाबार समूह की एक और सराहनीय पहल है, जिसका उद्देश्य ज़रूरतमंद और बेसहारा महिलाओं को मुफ़्त आवास उपलब्ध कराना है। फिलहाल यह सुविधा बेंगलुरु और हैदराबाद में संचालित हो रही है और निकट भविष्य में इसे केरल, चेन्नई, कोलकाता, दिल्ली और मुंबई जैसे अन्य शहरों में भी स्थापित करने की योजना है।
मलाबार समूह अपने ESG लक्ष्यों को समय-समय पर सुदृढ़ करता है, ताकि वह एक सामाजिक रूप से जागरूक और ज़िम्मेदार संगठन बना रहे।