रजिस्ट्रार आफिस के अभिलेखों से छेडछाड कर धोखाधडी से करोंडो की जमीनों की खरीद फरोख्त करने वाले गिरोह के दो अन्य सदस्यों को कोतवाली नगर/एसओजी टीम ने किया गिरफ्तार।
संदीप श्रीवास्तव सहायक महानिरीक्षक निबंधन देहरादून व जिलाधिकारी द्वारा गठित समिति की जांच रिपोर्ट बाबत अज्ञात अभियुक्तगणों की मिलीभगत से धोखाधड़ी की नियत से आपराधिक षडयन्त्र रचकर उप निबंधक कार्यालय प्रथम द्वितीय जनपद देहरादून में भिन्न-भिन्न भूमि विक्रय विलेख से सम्बन्धित धारित जिल्दों के क्रमश: (विलेख सं0 2719/2720 वर्ष 1972, विलेख सं0: 3193, विलेख सं0 3192, विलेख सं0 545 वर्ष 1969 विलेख सं010802/10803) के साथ छेड़छाड़ कर अभिलेखो की कूटरचना करना के सम्बन्ध में दी गयी तहरीर के आधार पर कोतवाली नगर देहरादून पर मु0अ0स0 281/2023 धारा 420/120बी/467/468/47 भादवि बनाम अज्ञात अभियुक्तगण पंजीकृत किया गया। पुलिस उमहानिरीक्षक/ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा उपरोक्त प्रकरण की गम्भीरता को देखते हुए तत्कालीन पुलिस अधीक्षक अपराध सर्वेश कुमार की अध्यक्षता में एस0आई0टी0 टीम का गठन किया गया टीम द्वारा रजिस्ट्रार ऑफिस से जानकारी करते हुए रिंग रोड से सम्बन्धित 50 से अधिक रजिस्ट्रियों का अध्ययन कर सभी लोगों से पूछताछ की तथा पूछताछ में कुछ प्रौपर्टी डीलर के नाम प्रकाश में आये जिनसे गहन पूछताछ में उक्त फर्जीवाड़े में कई लोगों के नाम प्रकाश में आये गठित टीम द्वारा कई संदिग्धों के विभिन्न बैंक अकाउण्ट का भी अवलोकन किया गया, जिसमें करोड़ो रुपयों का लेन-देन होना पाया गया। इन लोगो द्वारा बनाये गये दस्तावेजों को रजिस्ट्रार कार्यालय से प्राप्त करने पर कई फर्जीवाड़े का होना भी पाया गया।
मुकदमा उपरोक्त में पूर्व में ही अभियुक्त गण सन्तोष अग्रवाल, दीप चन्द अग्रवाल, मक्खन सिंह व रजिस्ट्रार कार्यालय में नियुक्त डालचन्द, अधिवक्ता इमरान अहमद, रिकॉर्ड रूम में नियुक्त अजय सिंह क्षेत्री को गिरफ्तार किया जा चुका है जो वर्तमान में न्यायिक अभिरक्षा में जिला कारागार में निरूद्ध है। इन लोगों से विस्तृत पूछताछ में कई अन्य लोगों के नाम भी प्रकाश में आये थे जिनकी जिनकी तलाश में गठित टीम द्वारा लगातार दबिशें, पतारसी-सुरागरसी कर रही है। पर्यात साक्ष्यों के आधार पर प्रकाश में आये अभियुक्तगणों के सम्भावित ठिकानों पर गठित टीम द्वारा बराबर दबिशे दी जा रही है एसआईटी टीम द्वारा रात दिन कड़ी मेहनत व अथक प्रयासों से मुखबिरों की सहायता से रोहताश सिंह पुत्र स्व0 महेन्द्र सिंह निवासी 126 गुरू रोड गांधी ग्राम पटेल नगर देहरादून को महिन्द्रा शो रूम बाईपास के पास से गिरफ्तार किया गया व अभियुक्त रोहताश से पूछताछ के आधार पर अभियुक्त विकास पाण्डे पुत्र इन्द्रेश पाण्डे निवासी दुर्गा इन्कलेव बंजारावाला थाना पटेल नगर देहरादून को हिन्दू नेशनल स्कूल के पास से गिरफ्तार किया गया।
अभियुक्त गणों की पूछताछ में यह बात प्रकाश में आया कि अभियुक्त गणों ने सहारनपुर निवासी के0पी0 (कुंवर पाल). इमरान व अन्य सहयोगियों के प्रलोभन में आकर रायपुर, लाडपुर, चकरायपुर, नवादा, रैनापुर आदि स्थानों की भूमि से सम्बन्धित विभिन्न खसरा नं0 की कूटरचित दस्तावेज तैयार कर दाखिल खारिजा की फाइल बनवाकर रिकॉर्ड रूम में रखवायी साथ ही इन लोगों ने रिकॉर्ड रूम में रखे सम्बन्धित रजिस्टरों पर भी कूटरचित तरीके से अपने सहयोगी अभियुक्तों के नाम अंकित कराये। इस काम के लिए अभियुक्त रोहताश व विकास पाण्डे को 5-5 लाख रूपये दिये गये थे साथ ही इनको रिंग रोड में एक-एक प्लॉट भी दिया जाना तय हुआ था। अभियुक्त गणों की विस्तृत पूछताछ में कई नाम प्रकाश में आये है जिनके सम्बन्ध में एसआईटी टीम द्वारा गहन जाँच की जा रही है। जिसमें पूछताछ के दौरान गठित एसआईटी टीम द्वारा अब तक इस रजिस्ट्री फर्जीवाड़े में कुल 08 अभियुक्तों की गिरफ्तार किया गया है तथा अन्य प्रकाश में आये अभियुक्तों के विरूद्ध साक्ष्य संकलन एवं बराबर दबिशें दी जा रही है।