- बिग कंट्री, लिटिल बिज़नेस : ए बिगनर्स गाईड गाईड टू बिल्डिंग योर ओन माईक्रो-एंटरप्राईज़ (अपना खुद का माईक्रो-एंटरप्राईज़ बनाने के लिए बिगनर्स गाईड)
- लेखकः संतोष चौबे, सिद्धार्थ चतुर्वेदी, पल्लवी राव चतुर्वेदी
नई दिल्ली। भारत लंबे समय से उद्यमी भावना वाला देश रहा है। यहाँ की आर्थिक वृद्धि की नींव यहाँ के छोटे व्यवसाय हैं। परिवारों द्वारा चलाए जा रहे उद्यमों से लेकर स्थानीय स्टार्टअप्स तक, छोटे व्यवसायों ने हमेशा देश के आर्थिक विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। विश्व की अर्थव्यवस्था का झुकाव भी छोटे उद्यमियों को ज्यादा सहयोग प्रदान करने की ओर हो रहा है, ऐसे में भारत महामारी समाप्त होने के बाद के परिदृश्य में उभरते हुए उद्यमियों के लिए एक अनुकूल देश के रूप में उभरा है। नई पुस्तक, बिग कंट्री, लिटिल बिज़नेस में पुरस्कार विजेता एजुकेशनिस्ट एवं सामाजिक उद्यमी, संतोष चौबे और अग्रणी बिज़नेस लीडर्स एवं एजुकेशन स्ट्रेट्जिस्ट, डॉ. सिद्धार्थ चतुर्वेदी और डॉ. पल्लवी राव चतुर्वेदी ने भारत में सफल माईक्रो एंटरप्राईज़ शुरू करने और उसका विकास करने के लिए एक विस्तृत मार्गदर्शिका प्रदान की है।
यह किताब उभरते हुए भारतीय उद्यमियों के लिए एक अति आवश्यक मार्गदर्शिका बन गई है, जो सामान्य बाधाओं को पार करते हुए अपने व्यवसाय को जमीन से आसमान की ऊँचाईयों तक ले जाना चाहते हैं। चाहे बिज़नेस की दुनिया में पहला कदम उठाना हो, या फिर माईक्रो-एंटरप्राईज़ का विकास करना हो, बिग कंट्री, लिटिल बिज़नेस में उद्यमी के रूप में 40 सालों के अनुभव का निचोड़ दिया गया है, जिसकी शुरुआत भोपाल गैस त्रासदी के महत्वपूर्ण समय से हुई थी। इस किताब में लेखकों ने वास्तविक दुनिया के उदाहरण, व्यवहारिक परामर्श, और सफलता का रोडमैप देते हुए हजारों माईक्रो-उद्यमियों के साथ काम करने की अपनी विशेषज्ञता साझा की है।
किताब की मुख्य विशेषताएंः
नेटवर्किंग टूलकिट्सः अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने के लिए आवश्यक संपर्कों के निर्माण के लिए व्यवहारिक रणनीतियाँ।
फंडिंग का परामर्शः अपने वेंचर के लिए फंड कैसे प्राप्त किया जाए, इस बारे में चरणबद्ध मार्गदर्शिका, जिसमें पारंपरिक और वैकल्पिक फंडिंग के विकल्पों के बारे में बताया गया है।
100 से ज्यादा बिज़नेस आईडियाज़ः प्रेरणा देने के लिए अनेकों बिज़नेस कॉन्सेप्ट, जिनमें टेक्नोलॉजी से लेकर सेवाएं एवं अन्य उद्योग शामिल हैं।
हाउ-टू गाईडः अपने व्यवसाय का लॉन्च करने और दीर्घकालिक सफलता के लिए इसका विकास करने के लिए विस्तृत, कार्रवाई योग्य परामर्श।
यह किताब उन विशेषज्ञों द्वारा लिखी गई है, जिन्होंने अनेकों माईक्रो-उद्यमों के लॉन्च में मदद की है। बिग कंट्री, लिटिल बिज़नेस में भारत के उद्यमिता के परिवेश के बारे में लेखकों की गहरी समझ का निचोड़ प्रस्तुत किया गया है। यह किताब छोटे व्यवसाय के गतिशील परिवेश में न केवल जीवित रहने, बल्कि आगे की ओर विकास करते रहने के लिए भी एक महत्वपूर्ण मार्गदर्शिका प्रदान करती है, जो खासकर इस समय काफी उपयोगी है, जब उद्यमिता की मानसिकता का महत्व सबसे ज्यादा बढ़ चुका है।
लेखकों के बारे में
श्री संतोष चौबेः वो अवार्ड-विनिंग एजुकेशनिस्ट और सामाजिक उद्यमी हैं, जिनका उद्देश्य शिक्षा एवं मेंटरशिप द्वारा उभरते हुए बिज़नेस मालिकों को सशक्त बनाना है। डॉ. सिद्धार्थ चतुर्वेदीः वो एक सम्मानित बिज़नेस कंसल्टैंट और थॉट लीडर हैं, जो अपने वेंचर शुरू करने और उनका विस्तार करने की चुनौतियों को पार करने में अनेकों छोटे उद्यमियों की मदद कर चुके हैं। डॉ. पल्लवी राव चतुर्वेदीः वो एक बिज़नेस एक्सपर्ट हैं, जिन्हें माईक्रो उद्यमियों को परामर्श देने का काफी लंबे समय का अनुभव है। डॉ. राव – चतुर्वेदी के काम सस्टेनेबल व्यवसायिक गतिविधियों और सामुदायिक विकास पर केंद्रित हैं। यदि आप अपने खुद के बॉस बनना और एक स्थायी व्यवसाय स्थापित करना चाहते हैं, तो इसकी शुरुआत करने के लिए बिग कंट्री, लिटिल बिज़नेस सबसे अच्छी मार्गदर्शिका है। इसकी मदद से आप अपनी उद्यमिता की कल्पना को वास्तविक व्यवसाय में बदल सकते हैं और ऐसे विशेषज्ञों का सहयोग प्राप्त कर सकते हैं, जो छोटे व्यवसायों की सफलता के हर सूक्ष्म पहलू को अच्छी तरह से जानते हैं।