श्रीनगर । पौड़ी जिले में उस वक्त एक कलयुगी मां का हाथ तक नहीं कांपा, जब उसने बच्चे को जन्म देते ही बिच्छू घास की झाड़ियों में फेंक दिया। यह पूरा वाक्या थलीसैंण क्षेत्र से सामने आया है। जहां महिलाओं को नवजात बच्चा झाड़ियों में पड़ा मिला। जिसे महिलाओं ने पुलिस को सौंपा। जिसके बाद पुलिस ने उसे अस्पताल पहुंचाया। जहां अब बच्चे की देखरेख अस्पताल प्रशासन की ओर से की जा रही है। वहीं, मामले में पुलिस भी जांच में जुट गई है।
जानकारी के मुताबिक, थलीसैंण के हंस्यूड़ी गांव में गदेरे के पास बिच्छू घास की झाड़ियों में एक किशोरी को किसी शिशु के रोने की आवाज सुनाई दी। जिसे सुन वो नजदीक गईं तो उसे लावारिस हालत में एक नवजात शिशु पड़ा मिला। जिसके बाद किशोरी घर आई और अपनी मां समेत अन्य को नवजात के पड़े होने की जानकारी दी।
जिसके बाद किशोरी की मां और अन्य महिला को लेकर मौके पर पहुंची। जहां उन्होंने बिच्छू घास की झाड़ियों को काट कर नवजात को सुरक्षित बाहर निकाला। इसके बाद नवजात को अपने घर ले गई। जहां नहला धुला कर उसे साफ किया।
वहीं, गांव के अन्य महिलाओं को भी इसकी जानकारी दी गई। जिसके बाद अन्य महिलाएं और पुरुष जुट गए। जहां उन्होंने पुलिस को नवजात मिलने की सूचना दी। सूचना मिलने के बाद पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम 108 को लेकर मौके पर पहुंची। जिसके बाद नवजात को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र थलीसैंण ले जाया गया।
सीएचसी थलीसैंण के डॉक्टर अमरेंद्र सिंह ने बताया कि नवजात ठीक है। स्वास्थ्य केंद्र से नवजात शिशु को दी जाने वाली सारी सुविधाएं दी जा रही हैं। वहीं, स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता सती रावत ने इस घटना को दुखद बताया है। उधर, मामले में थलीसैंण थाना प्रभारी सुनील पंवार का कहना है कि घटना के संबंध में जानकारी मिली है, जिसकी पुलिस जांच कर रही है।
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