देहरादून: युवा कल्याण एवं प्रांतीय रक्षक दल (पीआरडी) ने आज रायपुर के ननूरखेड़ा स्थित निदेशालय युवा कल्याण एवं पीआरडी के परिसर में भव्य रैतिक परेड के साथ अपना स्थापना दिवस मनाया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में युवा कल्याण, पीआरडी, खेल, खाद्य, नागरिक आपूर्ति, महिला सशक्तिकरण और बाल विकास मंत्री रेखा आर्या मौजूद रहीं और उन्होंने परेड की सलामी ली। वहीं रायपुर के विधायक उमेश शर्मा काऊ ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।
रैतिक परेड में पीआरडी कर्मियों की सटीकता और प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया गया, जिसमें समन्वित अभ्यास और सांस्कृतिक प्रदर्शन शामिल थे।
इस समारोह में पीआरडी कर्मियों के कल्याण के उद्देश्य से नई घोषणाएं की गईं और इसमें गणमान्य व्यक्ति, अधिकारी और विशेष अतिथि शामिल हुए।
आपदा प्रबंधन, चुनाव और चार धाम यात्रा में पीआरडी कर्मियों के योगदान पर प्रकाश डालते हुए रेखा आर्या ने कई कल्याणकारी उपायों की घोषणा करी, जिसमें पीआरडी कर्मियों की बेटियों की शादी के लिए 50,000 रुपये की वित्तीय सहायता, उनके बच्चों के लिए छात्रवृत्ति और महिला पीआरडी स्वयंसेवकों के लिए 180 दिन का मातृत्व अवकाश शामिल है। उन्होंने कर्मियों के कौशल को बढ़ाने के लिए विशेष प्रशिक्षण शिविरों की स्थापना की भी घोषणा की। मौजूदा सरकार ने पहले ही उनका दैनिक मानदेय 250 रुपये से बढ़ाकर 650 रुपये कर दिया है, जिसे और बढ़ाने की योजना है।
कार्यक्रम के दौरान 12 मृतक या घायल कर्मियों के परिवारों को 15 लाख रुपये की राहत सहायता वितरित की गई। 101 आश्रितों को रोजगार सहायता प्रदान की गई और 14 बच्चों को 1 लाख रुपये की छात्रवृत्ति दी गई। इस अवसर पर आर्या ने जोर दिया कि ये पहल पीआरडी कर्मियों और उनके परिवारों को सशक्त बनाने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। उन्होंने पीआरडी स्थापना दिवस के जिला-स्तरीय समारोहों का भी आह्वान किया ताकि उनके योगदान को और अधिक मान्यता मिल सके।
उमेश शर्मा काऊ ने पीआरडी के अनुशासन और समर्पण की सराहना की और उत्तराखंड की प्रगति में उनकी भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने आगामी राष्ट्रीय खेलों में उनकी सक्रिय भागीदारी को भी प्रोत्साहित किया।
खेल एवं युवा कल्याण के विशेष प्रमुख सचिव अमित कुमार सिन्हा ने कहा, “नए पीआरडी अधिनियम के लागू होने से पीआरडी जवानों को सशक्त बनाया गया है और राज्य में उनका बहुमूल्य योगदान बढ़ा है। राज्य सरकार के दूरदर्शी मार्गदर्शन में पीआरडी कर्मियों को काफी लाभ मिला है और मैं इन महत्वपूर्ण प्रयासों के लिए सरकार का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं।”
पीआरडी कल्याण कोष के तहत पीआरडी कर्मियों और उनके आश्रितों को वित्तीय सहायता के लिए चेक वितरित किए गए, जिससे उनके कल्याण के लिए सरकार की प्रतिबद्धता पर जोर दिया गया।
इस अवसर पर निदेशक प्रशांत आर्या, अपर निदेशक आरसी डिमरी, संयुक्त निदेशक अजय अग्रवाल, उप निदेशक शक्ति सिंह व एसके जयराज, वित्त नियंत्रक भास्करानंद पांडे और सहायक निदेशक नीरज गुप्ता व दीप्ति जोशी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।