ऋषिकेश। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में स्थित टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड की पहली थर्मल पावर परियोजना, 1320 मेगावाट खुर्जा सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट (केएसटीपीपी) की प्रथम यूनिट (660 मेगावाट) के साथ राज्य की अन्य परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित किया। विद्युत क्षेत्र की एक प्रमुख कंपनी टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड ने अपने थर्मल पावर प्लांट की प्रथम यूनिट को कमीशन कर, एक विशेष उपलब्धि के रूप में इसे दर्ज किया, जिसके परिणामस्वरूप इसके विविधतापूर्ण ऊर्जा पोर्टफोलियो में काफी वृद्धि हुई है।
उद्घाटन के दौरान, प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि “यह उत्तर प्रदेश की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए बहुत बड़ा कदम है । इन पॉवर प्लांट्स के बाद उत्तर प्रदेश में बिजली की उपलब्धता और बढ़ेगी । इससे यहाँ के उद्योगों को भी गति मिलेगी । इस मेगा प्लांट की आधारशिला 2019 में माननीय प्रधानमंत्री द्वारा रखी गई थी, खुर्जा सुपर थर्मल पावर प्लांट निगम कि एक प्रमुख उपलब्धि है क्योंकि टीएचडीसीआईएल जल विद्युत और नवीकरणीय ऊर्जा से आगे बढ़ते हुए अपने पोर्टफोलियो का विस्तार कर रहा है, जो एक विविध ऊर्जा नेतृत्वकर्ता के रूप में अपनी स्थिति को सुदृढ़ करता है । वर्तमान में टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड की इक्विटी में एनटीपीसी लिमिटेड और उत्तर प्रदेश सरकार की हिस्सेदारी है। 660 मेगावाट की इस यूनिट के कमीशन होने के साथ, टीएचडीसीआईएल की कुल संस्थापित क्षमता 1587 मेगावाट से बढ़कर 2247 मेगावाट हो गई है। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री, योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री, केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
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