देहरादून, उत्तराखंड: प्रदेशभर के नागरिकों ने सर्वोच्च न्यायालय के उस हालिया आदेश को वापस लेने की मांग करते हुए शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया, जिसमें सड़कों के कुत्तों को पिंजरों में रखने का निर्देश दिया गया है।
देहरादून के सभी पशु प्रेमी आज बारिश की परवाह किए बिना सड़को पे उतरे ।उनका कहना है कि सड़को से कुत्तों को।कही डॉग तालाब में फिंकवाया अमानवीय है हम वासुदेव कुटुंबकम् की भावना रखे वाले देश के लोग है हमें अगर करना ही है तो सरकार उनकी नसबंदी करवाए उन्हें antirabies वैक्सीन लगवाए उनके लिए जगह जगह पे फीडिंग स्पॉट बनवाए न को उन्हें मरने के लिए छोड़ दिया जाए।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि आवारा कुत्ते मासूम जीव हैं जिन्हें कैद नहीं, बल्कि करुणा और संरक्षण की ज़रूरत है। प्रदर्शन के दौरान लोगों ने शांतिपूर्ण ढंग से तख्तियां थामीं और पशु-प्रेम व सह-अस्तित्व का संदेश फैलाया।
आयोजकों का कहना था कि उत्तराखंड हमेशा से प्रकृति और जीवों के साथ सामंजस्य की धरती रहा है और यही भावना कानून और फैसलों में भी झलकनी चाहिए।