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ओज़ेम्पिक – दुनिया भर में सबसे ज़्यादा प्रिस्क्राइब की जाने वाली जीएलपी-1 दवा अब भारत में उपलब्ध

• ओज़ेम्पिक – सेमाग्लूटाइड (semaglutide) का एक फॉर्म्युलेशन है, जिसे सप्ताह में केवल एक बार इंजेक्शन के रूप में दिया जाता है। भारत में अब डॉक्टर टाइप 2 डायबिटीज़ (मधुमेह) के मरीज़ों के लिए इसे लिख सकते हैं। इसे इलाज में प्राथमिक दवा माना गया है, लेकिन यह ज़रूरी है कि मरीज़ साथ में डाइट करें और कसरत भी जारी रखें।
नयी दिल्ली: वैश्विक स्वास्थ्य सेवा कंपनी नोवो नोर्डिस्क ने भारत में ओज़ेम्पिक® (इंजेक्शन के रूप में दिया जाने वाला सेमाग्लूटाइड) लॉन्च करने की घोषणा की है। यह टाइप 2 डायबिटीज़ मेलिटस (T2DM) से पीड़ित वयस्कों के लिए है, जिनका डायबिटीज़ केवल आहार और व्यायाम से नियंत्रित नहीं हो पा रहा है। इसे सप्ताह में एक बार दिया जाता है। यह जीएलपी-1 आरए यानी ग्लूकागन-लाइक पेप्टाइड-1 रिसेप्टर एगोनिस्ट वर्ग की दवा है। इसे टाइप 2 डायबिटीज़ के प्रबंधन की मुख्य बुनियाद माने जाने वाले संतुलित आहार और नियमित व्यायाम के साथ-साथ एक सहायक उपचार के तौर पर दिया जाता है।
ओज़ेम्पिक® भारत में एक महत्वपूर्ण समय पर उपलब्ध हुआ है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के 2023-24 के अनुमानों के अनुसार, भारत में 101 मिलियन (भारत की कुल आबादी में से लगभग 11.4%) लोग डायबिटीज़ का सामना कर रहे हैं , इसी वजह से भारत, चीन के बाद, दुनिया में डायबिटीज़ से प्रभावित दूसरी सबसे बड़ी आबादी वाला देश बन गया है। देश में 136 मिलियन लोग ऐसे भी हैं जिन्हें प्री-डायबिटीज़ है और 254 मिलियन लोग सामान्य मोटापे के साथ जी रहे हैं। ये आंकड़े एक तेज़ी से बढ़ती स्वास्थ्य चुनौती का संकेत देते हैं, जिसके लिए प्रमाणों पर आधारित, असरदार उपचारों की आवश्यकता है।
ओज़ेम्पिक® के क्लिनिकल लाभ:
• यह दवा शरीर में HbA1c के स्तर को प्रभावी ढंग से कम करती है। इसके साथ ही, यह वज़न घटाने में भी उल्लेखनीय रूप से मदद करती है। ये दोनों प्रभाव मिलकर व्यक्ति के संपूर्ण मेटाबोलिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में सहायक होते हैं।
• यह उन लोगो के लिए उपयुक्त है जिनका HbA1c स्तर 7% या उससे अधिक है और साथ ही हृदय रोग का खतरा है या पहले से ही हृदय रोग है।
• टाइप 2 डायबिटीज़ वाले लोगों में हृदय रोग का खतरा एक प्रमुख चिंता का विषय होता है। यह दवा हृदय संबंधी घटनाओं को अतिरिक्त रूप से कम करने में मदद करती है।
• यह दवा किडनी की बीमारी को गंभीर होने से रोकती है और लोगों को लंबे समय तक स्वस्थ जीवन जीने में सहायता करती है।
नोवो नोर्डिस्क इंडिया के प्रबंध निदेशक (मैनेजिंग डायरेक्टर), विक्रांत श्रोत्रिया ने कहा, “भारत में ओज़ेम्पिक® लाना एक प्रमुख पड़ाव है। ओज़ेम्पिक® के प्रति विश्व-स्तर पर विश्वास, प्रमाणित क्लिनिकल उत्कृष्टता और विश्व-स्तरीय गुणवत्ता के साथ-साथ एक मज़बूत आपूर्ति श्रृंखला, ओज़ेम्पिक® भारतीय डॉक्टरों के लिए एक प्रभावी उपचार विकल्प प्रदान करता है। हमारा लक्ष्य लोगों को एक असरदार और सरल थेरेपी प्रदान करना है जो बेहतर ग्लाइसेमिक नियंत्रण, वज़न प्रबंधन और हृदय और किडनी की दीर्घकालिक सुरक्षा प्रदान करती है। इसे सुविधाजनक पेन डिवाइस के माध्यम से सप्ताह में एक बार दिया जाता है। इस दवा के उत्कृष्ट स्वास्थ्य परिणाम नोवो नोर्डिस्क की सालों से चली आ रही प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं।”
ओज़ेम्पिक® किस तरह से काम करता है?
ओज़ेम्पिक® एक जीएलपी-1 रिसेप्टर एगोनिस्ट है जो निम्नलिखित में मदद करता है:
• ग्लाइसेमिक नियंत्रण में सुधार करने और HbA1c को कम करने में
• भूख को नियंत्रित करने वाले मस्तिष्क के क्षेत्रों पर कार्य करके भूख और भोजन के सेवन को विनियमित करने में
• टाइप 2 डायबिटीज़ (T2DM) वाले लोगों में वज़न नियंत्रण में सहायता करने में
• डायबिटीज़ से जुड़ी हृदय और किडनी की जटिलताओं के जोखिम को कम करने में

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