देहरादून। भारत 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनोमी बनने की ओर अग्रसर है, इस बीच मोगलिक्स ने ऐसा मैन्युफैक्चरिंग सिस्टम बनाने की प्रतिबद्धता की पुष्टि की है, जो न सिर्फ विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी बल्कि आधुनिक, समावेशी एवं जन-केंद्रित भी हो। इस स्वतन्त्रता दिवस, कंपनी खतेमा फाइबर्स लिमिटेड (केएफएल) में किए गए अपने प्रयासों पर रोशनी डाल रही है, और दर्शाना चाहती है कि यह दृष्टिकोण ज़मीनी स्तर पर कैसा दिखता है।
अक्टूबर 2024 में केएफएल के अधिग्रहण के बाद से मोगलिक्स ने कार्यस्थल के मानकों में सुधार लाने तथा सुरक्षा, कल्याण एवं लर्निंग की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं। भारत के कार्यबल की महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने के लिए ओद्यौगिक कार्यस्थल को नया आयाम देने के प्रयास में यह बदलाव किया गया है।
सुरक्षा की दिशा में साईट पर किए गए प्रयासों में शामिल है- 100 से अधिक सेफ्टी हेलमेट्स, 500 से अधिक सेफ्टी शूज़ का वितरण। इसके अलावा 500 से अधिक कर्मचारियों को अब वर्कमैन कम्पन्सेशन के तहत कवर किया गया है, 100 से अधिक कर्मचारी ग्रुप पर्सनल एक्सीडेन्ट (जीपीए) और ग्रुप मेडिक्लेम पॉलिसी (जीएमसी) में नामांकित हैं, जिसके तहत कर्मचारी, उनके पति/पत्नी, और बच्चों को रु 2 लाख की बीमा राशि मिलती है।
500 से अधिक कर्मचारियों के लिए ईपीएफ और ईएसआईसी योगदान का अनुपालन संरेखित किया गया है, जो उनकी दीर्घकालिक सुरक्षा को सुनिश्चित करता है। इसके अलावा एक कैंटीन किफायती कीमतों पर भोजन उपलब्ध कराकर कर्मचारियों के कल्याण को सुनिश्चित करती है, साथ ही उनके स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने के लिए नियमित रूप से निःशुल्क स्वास्थ्य जांच सुविधाएं भी मुहैया कराई जाती हैं। खतेमा फाइबर्स आईआइटी जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों से इंटर्न्स तथा सेंट्रल पल्प एंड पेपर रीसर्च, इंस्टीट्यूट, सहारनपुर, यूपी से विशेषज्ञों को अपने साथ जोड़कर लर्निंग एवं ज्ञान के आदान-प्रदान को बढ़ावा देती है। यह सभी प्रयास ओद्यौगिक साझेदारियों को सशक्त बनाते हैं और कर्मचारियों को इंजीनियरिंग, संचालन एंव स्थायी निर्माण की सर्वश्रेष्ठ प्रथाओं से अवगत कराते हैं।
भारत के 79वें स्वतंत्रता दिवस के उपक्ष्य मेें मोगलिक्स ने खतेमा युनिट में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम की शुरुआत प्लांट लीडरशिप के नेतृत्व में ध्वजारोहण समारोह के साथ हुई, इसके बाद सभी ने मिलकर राष्ट्रगान गाया। प्रेरक भाषणों के माध्यम से अब तक हुई प्रगति और भावी योजनाओं पर रोशनी डाली गई। इस अवसर पर बैलून रेस, ट्रस्ट वॉक, म्युज़िकल चेयर, टग-ऑफ-वार जैसी गतिविधियां भी आयोजित हुई, प्रतिभागियों ने बढ़चढ़ कर इन सभी गतिविधियों में हिस्सा लिया। सभी की सामुहिक तस्वीरें ली गईं और विजेताओं को सम्मानित करने के लिए पुरस्कार वितरण समारोह हुआ। कार्यक्रम का समापन मिठाईयों और भोजन के वितरण के साथ हुआ, सभी ने मिलकर खुशी और उत्साह के साथ पूरे जश्न का खूब आनंद उठाया।
खतेमा के विकास पर बात करते हुए राहुल गर्ग, संस्थापक एवं सीईओ, मोगलिक्स ने कहा, ‘‘हमारा मानना है कि भारत में मैनुफैक्चरिंग को विश्वस्तरीय मानकों के समकक्ष बनाया जाना चाहिए, इसके लिए न सिर्फ आउटपुट पर ध्यान देना बल्कि अपने कार्यबल को महत्व एवं समर्थन देना भी उतना ही ज़रूरी है। खतेमा युनिट में किए गए प्रयास इस बात का उदाहरण हैं कि किस तरह हम कार्यस्थल पर ऐसी संस्कृति का निर्माण कर सकते हैं जो भारत के ओद्यौगिक भविष्य को परिभाषित करे।
भारत ओद्यौगिक विकास की ओर अग्रसर है, ऐसे में मोगलिक्स अपनी फैक्टरियों को उत्पादन केन्द्रों से कहीं अधिक बनाने के लिए निवेश कर रहा है, ताकि कार्यस्थल पर सुरक्षा, गरिमा एवं साझा विकास के लिए अनुकूल माहौल बनाकर स्थायी विकास को बढ़ावा दिया जा सके।
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