डेंगू बचाव एवं रोकथाम को लेकर निगम लगातार कार्य कर रहा है। लेकिन देहरादून महानगर सीमा अंतर्गत विभागों द्वारा निर्माण के दौरान किए गए गड्ढों को भरने में शिथिलता दर्शायी गई है। जिसका बड़ा भारी नुकसान देहरादून महानगर में निवास करने वाली जनता को भुगतना पड़ रहा है।
निर्माण कार्य के दौरान छोड़े गए गड्ढों को विभागों द्वारा नहीं भरा गया है, जिस पर बरसात में पानी भर रहा है और डेंगू का लार्वा पनप कर डेंगू को लगातार खतरनाक रूप में पहुंचने में सहायक सिद्ध हो रहा है।
इसको लेकर महापौर सुनील उनियाल गामा ने सभी संबंधित विभागों की बैठक नगर निगम कार्यालय में बुलाई। जिसमें उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए की आने वाले 24 घंटों में निर्माणदाई संस्था के अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि उनके द्वारा खोदे गए गड्ढे भर लिए जाएं अन्यथा निगम उन गड्ढों को खुद भरने का कार्य करेगा और दोगुनी चालान राशि संबंधित विभाग को भेजी जाएगी, साथ ही निर्माण लागत भी भेजी जाएगी और इस विषय और उनकी लापरवाही को शासन की नजरों में भी पत्राचार के माध्यम से लाया जाएगा।
बैठक में मेयर सुनील उनियाल गामा ने कहा कि नगर निगम लगातार डेंगू के विरुद्ध जमीनी स्तर पर कार्य कर रहा है। पेपर पंपलेट के माध्यम से जागरूकता के संदेश को शहर वासियों तक पहुंचा रहा है, कोरोना के दौरान उपयोग में लिए गए टैंकरों से डेंगू के लार्वा के विरुद्ध अभियान चला रहा है सुबह और शाम नियमित रूप से संपूर्ण वार्डों में फॉगिंग करवा रहा है। वहीं दूसरी तरफ विभागों की लापरवाही की वजह से डेंगू के केस लगातार बढ़ रहे हैं, जिससे नगर निगम द्वारा किए जा रहे सारे प्रयास धूमिल हो रहे हैं।
बैठक के दौरान अपर नगर आयुक्त गोपाल राम बेनीवाल, मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर अविनाश खन्ना ,जिला मलेरिया अधिकारी सुभाष जोशी, स्मार्ट सिटी के जीएम जगमोहन चौहान, पीडब्ल्यूडी विभाग के एक्शन प्रवीण कुश, जल निगम के एक्शन दीपक नौटियाल, सिंचाई विभाग के एक्शन राजेश लांबा इत्यादि उपस्थित रहे।