सोमवार से उत्तराखंड क्रांति दल का 2 दिन का महाअधिवेशन शुरू होना था लेकिन अधिवेशन से पहले ही यूकेडी का कार्यालय युद्ध के अखाड़े में तब्दील जैसा हो गया दल में चल रही अंदरूनी गुटबाजी इतनी हावी हो गई कि एक दल कार्यालय के बाहर था तो दूसरा दल कार्यालय के अंदर था दोनों ओर से जमकर गाली गलौच और हाथापाई जैसी नोबत शुरू हो गई । देखते देखते मुख्य कार्यालय के गेट पर लगे बैनर पोस्टर भी फाड़ दिए गए मामला बढ़ता देख कर पुलिस बल भी मौके पर पहुंचा और यूकेडी ऑफिस को खाली करवा दिया गया
अधिवेशन में नई कार्यकारिणी बनाने को लेकर मंथन होना था और पार्टी की भविष्य की रणनीतियों पर भी चर्चा की जानी थी लेकिन उससे पहले ही कार्यालय में जमकर बवाल शुरू हो गया और एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप के साथ झड़प शुरू हो गयी ।
वहीं पार्टी के नेता जयप्रकाश उपाध्याय का कहना है कि पार्टी में कुछ बाहरी नेता आकर पार्टी में अपना वर्चस्व कायम करना चाहते हैं और पार्टी कार्यालय ने भी उनके द्वारा तोड़फोड़ की गई है जिस पर कि हम मुकदमा दर्ज करवा रहे हैं
वहीं दूसरे गुट के नेता से शिवप्रसाद सेमवाल का कहना है कि हम पार्टी के हितों की रक्षा कर रहे हैं और लेकिन जिस तरह से पार्टी की गतिविधियां हो रही है हम उसके खिलाफ हैं आज मामले को शांत करवाया जा रहा है और पार्टी को मजबूत करने की कोशिश की जा रही है आज अधिवेशन था लेकिन हंगामे की वजह से यह नहीं हो पाया।