रिपोर्ट : शिवानी सोलंकी
महाकुंभ 2025 में इन दिनों कई अनोखे बाबा और साधु संत आकर्षण का केंद्र बन रहे हैं। इसी बीच आजकल मीडिया में छाए हुए हैं , IIT बाबा
आखिर कौन है ये IIT बाबा और क्यों इन्हें IIT बाबा कहकर लोग बुला रहे हैं?
दरअसल IIT बाबा का असली नाम अभय सिंह ग्रेवाल हैं। अभय ने दुनिया दारी और संसार की मोह माया को त्याग कर वैराग्य और आध्यात्मिक जीवन अपना लिया हैं और अपने इसी फैसले को लेके वो इन दिनों सोशल मीडिया में चर्चा का विषय बने हुए हैं। बता दें कि अभय ने 2012 में iit bombay से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन किया था और 2015 में design और visual communication में मास्टर्स डिग्री प्राप्त करी। अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद 2019 में उन्होंने canada में 3 साल जॉब भी करी हैं, जहां उनकी सैलरी 3 लाख रुपए प्रति महीने थीं यानी कि एक साल में 36 लाख तक वो कमाया करते थे। लेकिन एक अच्छी नौकरी और जीवन होने के बावजूद वो डिप्रेशन और मानसिक तनाव से गुजर रहे थे। उन्हें किसी भी चीज से खुशी नहीं मिलती थीं। जीवन का सही अर्थ और सत्य जानने के लिए आध्यात्मिकता के रास्ते में चलने का फैसला लिया।
आपको बता दे कि अभय के गुरु जूना अखाड़े के संत “बाबा सोमेश्वर पुरी है जिनसे वो काशी में मिले थे। उन्होंने ही अभय को अघोरियों, जूना अखाड़ा के महात्माओं और अन्य साधुओं से मिलाया और वो ही अभय को महाकुंभ लेके आए हैं। आपको बता दे कि बाबा सोमेश्वर पुरी खुद इंडियन एयर फोर्स में एरियल फोटोग्राफी कर चुके हैं।
अभय बचपन से ही एक होन हार छात्र रहे हैं। हरियाणा के झज्जर जिले के D H Laurence School में अभय टॉपर रह चुके हैं और IIT में भी JEE exam में भी अभय ने 731 रैंक हासिल करी थीं।
अभय से बातचीत के दौरान ये भी पता चला कि वो 4 साल से एक लड़की के साथ रिलेशनशिप में थे लेकिन शादी नहीं करी। दरअसल अभय जब छोटे थे तो उनके माता और पिता के बीच झगड़े होते थे, जिसका असर उनकी मेंटल हेल्थ पर हुआ और वो ट्रॉमा का शिकार हो गए। इसी वजह से उनका शादी से मन उतर गया था और उन्हें ये समझ नहीं आया कि आखिर ये शादी का रिश्ता निभाया कैसे जाता हैं? उन्होंने कहा कि जब आपके इर्द गिर्द बुरे उदाहरण हो तो आपको नहीं पता होता है कि अच्छे रिश्ते क्या होते है और रिश्तों को निभाने का सही तरीका क्या होता हैं। अभय ने अपना सारा ध्यान अध्यात्म पर केंद्रित कर दिया हैं। उन्होंने सांसारिक जीवन को पूर्ण रूप से त्याग कर दिया हैं । यहां तक कि अपने परिवार, माता पिता सभी से रिश्ता खत्म कर चुके हैं और अपना संपूर्ण जीवन महादेव को समर्पित कर दिया हैं।
वही उनके माता पिता चाहते है कि उनका बेटा वैराग्य त्याग दे और उनके पास वापस आ जाए। अभय सिंह के पिता करन ग्रेवाल जो पेशे से लॉयर हैं बताते है कि “उनका बेटा अभय बचपन से ही पढ़ाई लिखाई में अच्छा था और IIT Bombay से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग करने के बाद वहीं से masters in design का कोर्स भी किया था और उसके बाद फोटोग्राफी भी करी थीं।” अभय के पिता ने बताया कि उन्होंने अभय से 6 महीने पहले फोन से संपर्क किया था जिसके बाद अभय ने उनसे बात करना बंद कर दिया और उनका नंबर भी ब्लॉक कर दिया। उनके माता पिता चाहते हैं कि वो वैराग्य छोड़कर घर आ जाए लेकिन वो इस बात से भी वाकिफ हैं ऐसा होना अब नामुमकिन हैं।
हालांकि अभय सिंह यानी IIT बाबा का वापस जाने का कोई विचार नहीं हैं। वो अपना सारा जीवन आस्था, अध्यात्म और महादेव की भक्ती में बिताना चाहते हैं।