सांस्कृतिक संध्या में कार्यक्रम ऑन ने मूल्य दर्शकों का मन, खड़े होकर बजने लगे तालियां
देहरादून । कथक कुटुंब की ओर से आज गुरु पद पूजन का कार्यक्रम आयोजित किया गया, दो दिवसीय कार्यशाला के बाद यह आयोजन हरिद्वार रोड स्थित संस्कृति विभाग के सभागार में आयोजित हुआ जिसमें पद्मश्री श्री पूर्व दाधीच जी एवं एस एन अवॉर्डी डॉक्टर विभव दाधीच जी का गुरु पद पूजन संपन्न किया गया। इसके उपरांत एक सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया जिसमें विभिन्न डांस एकेडमी की ओर से कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए जिसे वहां पर मौजूद सभी दर्शकों का मन मोह लिया।
कार्यक्रम में बताओ मुख्य अतिथि सविता कपूर मौजूद रही वहीं अति विशिष्ट अतिथि के तौर पर राज्य मंत्री संस्कृति विभाग मधुबन एवं राज्य मंत्री उद्यमिता श्रीमती विनोद उनियाल मौजूद थे सभी ने सांस्कृतिक संध्या की शुरुआत दीप प्रज्वलन कर किया।
इस मौके पर जानकारी देते हुए कथक कुटुंब की संस्थापिका उपमा शुक्ला ने बताया कि
महामहोपाध्याय (पद्मश्री) डॉ. पुरु दाधीच, जिन्हें प्रेमपूर्वक ‘कथक ऋषि’ कहा जाता है, एक प्रख्यात कथक नर्तक और शिक्षाविद् हैं, जो कथक को मुख्यधारा की औपचारिक शिक्षा प्रणाली में लाने के अपने अग्रणी कार्य के लिए जाने जाते हैं। वे कथक में पहले संगीताचार्य (तब डी.म्यूज़.) और संस्कृत नाट्य में पीएचडी प्राप्तकर्ता हैं। कई प्रथम और प्रतिष्ठित पाठ्य और शोध पुस्तकों के लेखक, डॉ. दाधीच ने कथक नृत्य की कई प्राचीन परंपराओं जैसे ध्रुपद नर्तन, भक्ति नर्तन, कथा-कथन, नृत्य संगीत आदि को पुनर्जीवित करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उज्जैन मैं जन्में डॉ. दाधीच नाट्य और नृत्य शास्त्रों के प्रकाण्ड पंडित हैं जिन्हें संस्कृति मंत्रालय द्वारा भारत सरकार की सर्वोच्च शोध फेलोशिप, टैगोर नेशनल फेलोशिप से सम्मानित किया गया है एवं अखिल भारतीय गांधर्व महाविद्यालय द्वारा ‘महामहोपाध्याय’ (डी लिट) की उपाधि से भी सम्मानित किया जा चुका है। आप एक कुशल कथक नर्तक, गुरु और शोध विद्वान होने के अलावा ख्याति प्राप्त साहित्यकार भी हैं, जिन्हें इनके गुरु पद्मभूषण श्री शिव मंगल सिंह सुमन अपना मानस पुत्र कहा करते थे। कथक नृत्य के क्षेत्र में उनके अपार योगदान के लिए भारत सरकार ने उन्हें पद्म श्री, केंद्रीय संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार, टैगोर नेशनल फेलोशिप, मध्य प्रदेश सरकार का कालिदास सम्मान एवं शिखर सम्मान, उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार, मध्य प्रदेश रत्न, बाल भवन द्वारा ‘नृत्य वारिधि’ आदि कई पुरस्कारों से सम्मानित किया है।
गुरु पद पूजन के उपरांत एक सांस्कृतिक संध्या का भी आयोजन किया गया जिसके लिए पूर्व में दो दिन की कार्यशाला हर्षिता दाधीच की ओर से आयोजित की गई जिसमें सभी शिष्यों को उन्होंने विभिन्न विधाओं की जानकारी दी एवं आज की इस सांस्कृतिक संध्या के लिए भी तैयार किया।
सांस्कृतिक संध्या के दौरान नवांकुर अकादमी, एडीएए अकादमी , जूनियर्स कथक कुटुंब
कथकालय, गतिप्रदा और शिवालय द्वारा एक से बढ़कर एक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए जिसने सभी देखने वालों का मन मोह लिया।
इस मौके पर समाज से जुड़े कई वरिष्ठ लोगों का सम्मान भी गया किया गया जिनमें अनामिका जिंदल अध्यक्ष , प्रथम श्वास फाउंडेशन संस्था जिन्होंने दिव्यांगों के लिए अनेकों ने काम किए हैं एवं आगे भी कर रही हैं।
आचार्य पंडित सुशांत राज ,डॉ प्राची चंद्र कंडवाल संस्थापक है नीरावधि एक ऐसे प्लेटफार्म की जिन्होंने आज की उभरते हुए युवा कवियों शायरों को एक प्लेटफार्म दिया है इसी के साथ-साथ एक मॉडरेटर भी है
नूपुर गुप्ता, नूपुर डांस अकादमी की ओनर होने के साथ-साथ भारतीय जनता पार्टी से नेत्री भी है, डाक्टर मुकुल शर्मा क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट, डाक्टर जसलीन कालरा शर्मा, श्रीमती मधु मरवाह पवन आयोजन अर्चना यादव कपूर को कार्यक्रम की आयोजक उपमा शुक्ला ने सम्मानित किया।
कार्यक्रम के अंत में कत्थक कुटुंब की संस्थापक उपमा शुक्ला ने भी कत्थक की प्रस्तुति देकर सभी को खड़े होकर तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया।