Dehradunउत्तराखंड

जनपद के स्कूलों के आधुनिकीकरण, स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार व भिक्षावृत्ति रोकथाम को डीएम बसंल के प्रयास सराहनीयः धन सिंह रावत

मंत्री रावत ने प्रोेजेक्ट उत्कर्ष के प्लान की जानकारी लेते हुए डीएम को योजना को सराहनीय पहल बताया
देहरादून। शिक्षा एवं स्वास्थ्य मंत्री उत्तराखण्ड सरकार डॉ धन सिह रावत की अध्यक्षता में ऋषिपर्णा सभागार में स्वास्थ्य एवं शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। मंत्री  ने कहा कि डीएम बंसल द्वारा जनपद के स्कूलों के आधुनिकरण, स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार तथा भिक्षावृत्ति रोकथाम हेतु सराहनीय प्रयास किया हैं। उन्होनें कहा कि अल्मोड़ा, नैनीताल देखा है, जनमानस के कार्यों में तत्पर रहने की बात कहते हुए माननीय मंत्री ने जिलाधिकारी द्वारा जिला में स्वास्थ्य के क्षेत्र में किये जा रहे कार्यों की बिन्दुवार, बल्ड बैंक, अतिरिक्त औषधि काउंटर बढाने, बैरा रूम, उपकरण आदि की समीक्षा करते हुए कार्य व्यवस्था में सुधार लाने हेतु जिलाधिकारी का बेहतर कार्य बताया। इसके उपरान्त मंत्री ने जिलाधिकारी द्वारा जनपद को भिक्षावृत्ति से मुक्त करने हेतु चलाए जा रहे अभियान के माईक्रो प्लानिंग की गहनता से जानकारी लेते हुए कहा कि यह एक अभिनव पहल जनपद देहरादून को भिक्षावृत्ति से मुक्त करना देहरादून के लिए उपकार होगा। कहा कि इस प्लान को कैबिनेट में लाया जाएगा तथा अन्य जनपदों में मॉडल के रूप में कार्य किया।
मंत्री ने जनपद में शिक्षा में किये जा रहे कार्यों की जानकारी लेते हुए जिलाधिकारी द्वारा जनपद में चलाए जा रहे प्रोेजेक्ट उत्कर्ष को सराहनीय पहल बताते हुए बच्चों को आधुनिक सुविधा के माध्यम से बच्चों के सर्वागीण विकास एवं खेल अवस्थापना की सुविधा बढाते हुए सम्बन्धितों को कार्य करने के निर्देश दिए। कहा कि जिलाधिकारी द्वारा जनपद के समस्त विद्यालय के बच्चों को प्रोजेक्ट उत्कर्ष के तहत् आधुनिक शैक्षणिक प्रणाली से जोड़ना एक बेहतरीन कार्य है। यहां बच्चों को कक्षाओं में स्वेत बोर्ड, एलईडी बल्ब, फर्नीचर, सहित अन्य आधुनिक उपकरण एवं क्रियात्मक क्रियाक्लाप के लिए पर्यावरण उपलब्ध कराने की योजना अत्यंत आवश्यक थी। माननीय मंत्री ने निर्देश दिए कि कोई भी विद्यालय मूलभूति सुविधा बिजली, पानी, शौचालय विहीन न रहे यह सुनिश्चित कर लिया जाए।
माननीय मंत्री ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए ईजाबाई योजना का प्रचार-प्रसार करें ताकि धनराशि वापस न जाए। उन्होंने निर्देशित किया चिकित्सालयों में बेडसीट का प्रत्येक दिन कलर कोड रखा जाए तथा प्रत्येक दिन बैड सीट बदली जाए। उन्होंने कहा कि चिकित्सालयों में स्टाफ की कमी नही रहेगी जल्द ही चिकित्सालयों चिकित्सक एवं स्टॉफ के शत् प्रतिशत् पद भर लिए जाएंगे। उन्होंने उप चिकित्सालयों में चिकित्सकों हेतु आवास बनाने के निर्देश दिए, इसके लिए धनराशि डिमांड करने को भी निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि चिकित्सालयों में एम्बुलेंस की कमी पर उन्होंने प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। चिकित्सालयों में बायोमैट्रिक उपस्थिति लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिला चिकित्सालय को एसएनसीयू को जल्द ही एक ओर बाल रोग विशेषज्ञ चिकित्सक मिल जाएगा। बैठक में महानिदेशक शिक्षा झरना कमठान, मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ तारा आर्य, उप जिलाधिकारी हरि गिरि, उप जिलाधिकारी शालिनी नेगी, मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ संजय जैन, मुख्य शिक्षा अधिकारी प्रदीप रावत, जिला प्रोबेशन अधिकारी मीना बिष्ट सहित स्वास्थ्य एवं शिक्षा विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button