रिर्पोट: दिया जोशी
अपनी बेटी को न्याय दिलाते दिलाते अब हार चुकी है एक माँ वंही माँ का कहना है मरते दम तक लडुंगी लडाई ।
एक तरफ सरकार बात करती है न्याय की , पर अब देखना यह है कि क्या एक माँ का दुख समझ पाएगी सरकार , और क्या जवाब देगी सरकार उस माँ के आँसुओं का , जो सरकार से अपनी बेटी के लिए मात्र न्याय की गुहार लगा रही है।
आपने अंकिता हत्याकांड के बारे मे तो सुना ही होगा ,अपनी बेटी अंकिता को न्याय दिलाते दिलाते सरकार द्वारा लगातार उत्पीड़न से परेशान होकर अंकिता की माँ की हालत बिगड़ गई . जिसके चलते अंकिता की माँ को पौडी के एक अस्पताल मे भर्ती कराया गया .
हाल ही मे अंकिता की माँ का एक वीडीयो वायरल हआ था , जिसमे उन्होने सरकार को चुनौती देते हुए कहा था कि अगर सरकार ने उनकी बेटी अंकिता और उनकी सहायता करने वाले लोगों को न्याय ना दिलाया तो वह आत्यहत्या कर लेंगी वंही अपनी बेटी को न्याय दिलाते दिलाते अंकिता की मां की हालत बिगड चुकी है , लेकिन अभी भी सरकार इस मामले को लेकर कोइ कदम नही उठा रही , क्या सरकार एक बेटी को न्याय दिला पाएगी …..
एक तरफ तो सरकार न्याय व्यवस्थाओं की बात करती है ,वंही सरकार एक माँ को न्याय नही दिला पाय़ी..
एक माँ की गुहार सिर्फ इतनी है की उसकी बेटी के कातिलों को फांसी की सजा दी जाए …लगातार कोशिशो के बाद भी अंकिता की मां को न्याय नही मिल पाया है ….अंकिता की माँ की हालात बिगडने के बाद उन्हे पौडी के अस्पताल मे भर्ती कराया गया . हालत गंभीर होने के कारण उन्हे ICU मे रखा गया है …अंकिता की माँ ने जनता से विनती करते हुए कहा की अब जनता ही उनकी मदद कर सकती है , जिसके लिए जनता का सडको पर उतरना बेहद जरूरी है . उन्होने यह भी बताया की जब वह ठीक हो जाएंगी तो वह धामी सरकार के अत्याचारों के खिलाफ धरना विरोध करेंगी .