चीन सीमा को जोड़ने वाला मलारी हाईवे तेज बारिश के बीच मंगलवार को सलधार के पास करीब 20 मीटर तक क्षतिग्रस्त हो गया है। जिससे सेना, आईटीबीपी के साथ ही सीमावर्ती गांवों के ग्रामीणों की आवाजाही पूरी तरह से ठप पड़ गई है। यहां हाईवे पर भारी मात्रा में मलबा आ गया है। क्षेत्र में हो रही बारिश से हाईवे को खोलने का काम भी धीमी गति से चल रहा है। प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि मौसम सामान्य होने पर हाईवे को वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया जाएगा।
नीती घाटी में सोमवार से हो रही बारिश मंगलवार को भी जारी रही। बारिश के बीच मंगलवार को दोपहर करीब तीन बजे तपोवन से आगे सलधार में हाईवे का करीब 20 मीटर हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। हाईवे पर मलबे के साथ बड़े-बड़े बोल्डर आ गए हैं। गनीमत यह रही कि जिस वक्त चट्टान से मलबा छिटककर आया, उस दौरान यहां किसी वाहन की आवाजाही नहीं हो रही थी, जिससे बड़ी घटना होने से बच गई।
हाईवे के बाधित होने से चीन सीमा चौकियों में मौजूद सेना और आईटीबीपी के वाहनों की आवाजाही ठप पड़ गई है। साथ ही नीती, गमशाली, फरकिया, मलारी, बांपा, मेहरगांव आदि गांवों के ग्रामीणों की आवाजाही भी बाधित हो गई है।
ज्योतिर्मठ के उपजिलाधिकारी चंद्रशेखर वशिष्ठ ने बताया कि नीती घाटी में तेज बारिश हो रही है, जिससे हाईवे को खोलने का काम धीमी गति से चल रहा है। मौसम सामान्य होने पर हाईवे को सुचारु कर लिया जाएगा।