संवाददाता: मधु पांडे
क्या कोरोना जैसी महामारी फिर हो सकती हैं? क्या फिर से हमे अपने अपने घरों बंद होना होगा? क्या फिर से लगेगा लॉकडाउन? चीन में फैल रहे है इस नए virus से क्या भारत पर भी खतरा है आइए जानते है इस रिपोर्ट में
चार साल बाद एक बार फिर एक खतरनाक वायरस दुनिया में दहशत पैदा कर रहा है. इस वायरस का कनेक्शन भी चीन से है ऐसा कहा जाने लगा है. भारत समेत सभी देश चीन की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. WHO ने भी चीन से स्थिति की पूरी जानकारी मांगी है.
आप सबको covid काल तो याद होगा, हालाकि आज उसे कोई भी याद नहीं करना चाहता क्यूंकि covid के दौरान अनगिनत लोगों की जान चली गयी और आर्थिक तौर पर भी बहुत नुकसान हुआ था, पर क्या हो अगर मैं आप से कहूं की covid काल फिर से लौट सकता हैं, जी हाँ covid19 के जैसा ही एक virus फिर से चीन में फैल रहा हैं, जिसे लेकर चीन में अलर्ट भी जारी किया गया हैं और इसका नाम है HMPV यानी “human metapneumo virus” और इसके लक्षण भी corona virus जैसे ही हैं, इस से संक्रमित होने पर लोगों में खासी, तेज बुखार और साँस लेने में परेशानी होती हैं जैसे covid19 में होता था, चीन में इस वायरस का संक्रमण तेजी से बढ़ता जा हैं, बताया जा रहा हैं की ये बच्चों में ज्यादा तेजी से फैल रहा है और खासकर जिनकी उम्र 5 साल से कम हैं, इसमे लगातर बढ़ोतरी देखी जा रहे हैं, सोशल मीडिया के पोस्ट के जरिए जो तस्वीरे सामने आ रहीं हैं हालांकि चीन ने औपचारिक रूप से ऐसी कोई जानकारी नहीं दी हैं
बता दे की covid19 का भी सबसे पहला केस 17 नवंबर 2019 को चीन के वुहान शहर मे मिला था जिसके बाद चीन ने इसे पूरे दुनिया से छुपाकर कर रखा था और इस तरह से कोरोना वायरस पूरे दुनिया में फैल गया था और इस बार भी चीन कुछ ऐसा ही कर रहा हैं.
हालांकि पिछले हफ्ते 26 दिसम्बर को चीन के डिजीज कंट्रोल अथॉरिटी ने बताया की चीन के अलग अलग शहरों में लोगों को फेफड़ों में इन्फेक्शन और साँस लेने की दिक्कत हो रहीं हैं पर अभी तक ये नहीं बताया की ये किसी वायरस के कारण हुआ है.
कैसे फैलता है… आप कैसे बचें?
HMPV वायरस आमतौर पर खांसने और छींकने से ज्यादा फैलता है. इसके अलावा इस वायरस से संक्रमित व्यक्ति के छूने या हाथ मिलने से भी यह तेजी से फैलता है. संक्रमित होने के बाद 5 दिनों में इसके लक्षण दिखने लगते हैं. एक्सपर्ट का कहना है कि यह वायरस हमेशा से रहता है, लेकिन ठंड के मौसम में ये एक्टिव ज्यादा हो जाता है. लोगों को तेजी से अपनी गिरफ्त में लेता है घर से बाहर निकलने से पहले मास्क लगाएं, क्योंकि यह खांसी-जुकाम के जरिए एक से दूसरे में फैलता है. संक्रमित व्यक्ति से हाथ न मिलाएं और घर आने के बाद हाथ अच्छी तरह साफ करें. डॉक्टर की सलाह लिये बिना, कोई दवा न लें. भीड़भाड़ वाली जगह पर जाने से बचें, क्योंकि यहां संक्रमण तेजी से फैलता है.HMPV वायरस की अभी कोई वैक्सीन नहीं है.
इससे जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें
1. HMPV एक ऐसा वायरस है जो आसानी से एक इंसान से दूसरे में फैल सकता हैं
2. इसके लक्षण covid 19 जैसे है जिसमें लोगों को खांसी , तेज बुखार और सांस लेने में परेशानी होती है
3. कम उम्र के बच्चों में ये तेजी से फैलता हैं जब की covid19 बड़े बुजुर्ग में ज्यादा पाया गया था
4. जिनको अस्थमा या सांस की बीमारी है उनके लिए ये खतरा साबित हो सकता हैं, उन्हें बहुत सतर्क रहने की जरूरत हैं
5. HMPV फैलने की रफ्तार covid19 से दोगुनी हैं
चीन ने कहा- सब कुछ सामान्य आ सकते हैं विदेशी
चीन ने फ्लू की मौजूदा स्थिति को सामान्य बताया है. चीन ने बड़े पैमाने पर फ्लू के प्रकोप संबंधी खबरों को अधिक तवज्जो नहीं देते हुए शुक्रवार को कहा कि सर्दियों के दौरान होने वाली श्वसन संबंधी बीमारियों के मामले पिछले साल की तुलना में इस वर्ष कम गंभीर हैं. चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा कि विदेशियों के लिए चीन की यात्रा करना सुरक्षित है. मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने देश में ‘इन्फ्लूएंजा ए’ और अन्य श्वसन रोगों के फैलने को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में पत्रकारों से कहा, ‘सर्दियों के मौसम में श्वसन संक्रमण चरम पर होता है.’
क्या है एचएमपीवी
चीन का नया वायरस ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस, जिसे एचएमपीवी के नाम से भी जाना जाता है, एक प्रकार का सामान्य श्वसन वायरस है, जो सभी उम्र के लोगों में फैल सकता है. इस वायरस का ज्यादा असर बुजुर्गों और छोटे बच्चों पर होने की आशंका है. वायरस से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में अगर आप आते हैं तो आप भी इस वायरस से संक्रमित हो सकते हैं. इसके कुछ आम से लक्षण हैं- जैसे नाक बहना, गले में खराश, सिरदर्द, थकान, खांसी, बुखार या फिर ठंड लगने लगती है
भारत भी सतर्क, जानें क्या तैयारी?
चीन में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) के प्रकोप की हाल की खबरों के मद्देनजर, भारत सभी उपलब्ध माध्यम से स्थिति पर कड़ी नजर रख रहा है और डब्ल्यूएचओ से समय पर संक्रमण की जानकारी साझा करने का भी अनुरोध किया है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि एहतियाती उपाय के तहत एचएमपीवी मामलों की जांच करने वाली प्रयोगशालाओं की संख्या बढ़ाई जाएगी और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) पूरे वर्ष एचएमपीवी के रुझानों की निगरानी करेगी. मंत्रालय ने बताया कि स्थिति पर चर्चा के लिए शनिवार को यहां स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय की अध्यक्षता में संयुक्त निगरानी समूह (जेएमजी) की बैठक आयोजित की गई. बैठक में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ), आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ, एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी), राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी), भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर), आपातकालीन चिकित्सा राहत (ईएमआर) प्रभाग और एम्स-दिल्ली सहित अस्पतालों के विशेषज्ञों ने भाग लिया. मंत्रालय ने कहा कि विस्तृत चर्चा के बाद तथा वर्तमान में उपलब्ध जानकारी के आधार पर इस बात पर सहमति बनी कि चल रहे फ्लू के मौसम को देखते हुए चीन में स्थिति असामान्य नहीं
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने चीन से इस वायरस के बारे में जानकारी मांगी है. हालांकि, चीन का कहना है कि वहां स्थिति सामान्य है और डरने की बात नहीं है
केरल, तेलंगाना स्थिति पर रख रहे नजर
भारत में कोरोना वायरस के मामले सबसे पहले केरल में सामने आए थे. केरल और तेलंगाना की सरकारों ने शनिवार को कहा कि चीन में वायरल बुखार और श्वसन संक्रमण के बड़े पैमाने पर मामले आने की खबरों पर वे बारीकी से नजर रख हुए है और फिलहाल घबराने की कोई जरूरत नहीं है. केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने फेसबुक पर एक पोस्ट में कहा कि चीन में सामने आए किसी भी वायरस के बारे में अब तक ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली है, जिसमें इसके महामारी का रूप लेने या अन्य क्षेत्रों में तेजी से फैल सकने की बात कही गई हो. उन्होंने कहा कि मलयाली लोग दुनिया के सभी हिस्सों में हैं और चीन समेत अन्य देशों के प्रवासी अक्सर राज्य में आते हैं, इसलिए अतिरिक्त सावधानी बरती जानी चाहिए